02. सप्तपरमस्थान तीर्थंकर पूजा (समुच्चय पूजा)
सप्तपरमस्थान तीर्थंकर पूजा (समुच्चय पूजा) -स्थापना-गीता छंद- तीर्थेश जिनवर सप्त को, प्रणमूँ सदा वर भाव से। श्री सप्तपरमस्थान हेतु, नित्य पूजूूँ चाव से।। आह्वान थापन सन्निधापन, भक्ति श्रद्धा से करूँ। सज्जाति से निर्वाण तक, पद सप्त की अर्चा करूँ।।१।। -दोहा- ऋषभदेव श्रीचंद्रप्रभ, नेमि पार्श्व भगवान। शीतल जिन श्री शांतिप्रभु-महावीर गुणखान।।२।। ॐ ह्रीं अर्हं सप्तपरमस्थानप्रदायक! श्री…