26. दान की महिमा
दान की महिमा (श्री ज्ञानमती माताजी के प्रवचन) भव्यात्माओं! आचार्यों ने श्रावकों के देवपूजा , गुरुपास्ति , स्वाध्याय , संयम , तप और दान ये षट् आवश्यक कर्तव्य बताए हैं। उनमें भी आचार्य कुन्दकुन्द ने ‘दाणं पूजा मुक्खो’ दान और पूजा को मुख्य बताया है। मैं आपको दान के विषय में विस्तार से बता रही...