23. प्रमाण और नय
प्रमाण और नय प्रमाण का वर्णन ‘सम्यग्ज्ञानं प्रमाणम्’ सच्चे ज्ञान को प्रमाण कहते हैं, अथवा जो वस्तु के सर्वदेश को जानता है, उस ज्ञान को प्रमाण कहते हैं। ज्ञान के ५ भेद हैं-मति, श्रुत, अवधि, मन:पर्यय और केवलज्ञान। इनमें से मति-श्रुत ज्ञान परोक्ष प्रमाण हैं और बाकी के तीन प्रत्यक्ष प्रमाण हैं। इनमें भी अवधि,…