भगवान शांतिनाथ वन्दना
श्री शांतिनाथ वन्दना दोहा हस्तिनागपुर में हुये, गर्भ जन्म तप ज्ञान। सम्मेदाचल मोक्ष थल, गाऊँ प्रभु गुणगान।।१।। स्रग्विणी छंद मैं नमूँ मैं नमूँ शांति तीर्थेश को। नाथ मेरे हरो सर्व भवक्लेश को।। पूरिये नाथ मेरी मनोकामना। फेर होवे न संसार में आवना।।२।। विश्वसेन प्रिया मात ऐरावती। वर्ष इक लाख आयू कनक वर्ण ही।। पूरिये...