गणिनी प्रमुख श्री ज्ञानमती माताजी का अर्घ्य!
गणिनी प्रमुख श्री ज्ञानमती माताजी का अर्घ्य हर घर, दिल में आप माता रहती हो | आपने तीरथ बना-बनाकर, 108 फीट की मूर्ति प्रकटाकर, ईश्वर को दर्शा दर्शाकर, सम्यक दर्शन है जगाया … हर घर, दिल में आप माता रहती हो ||1|| आपने 400 ग्रंथों को रचा रचाकर, कई ग्रंथों का अनुवाद कर कर, प्रवचन…