मानसिक रोग की चिकित्सा दिगम्बर जैन साधु के दर्शन द्वारा एक मनोवैज्ञानिक दृष्टिकोण!
मानसिक रोग की चिकित्सा दिगम्बर जैन साधु के दर्शन द्वारा एक मनोवैज्ञानिक दृष्टिकोण रोहिणी (काल्पनिक नाम) अपने विद्यालय की एक प्रतिभा सम्पन्न छात्रा थी। हर कक्षा में वह प्रथम स्थान प्राप्त करती थी। कक्षा १० में बोर्ड की परीक्षा में उसने प्रथम स्थान प्राप्त किया। परन्तु कक्षा १२ में उसे केवल मात्र २ अंक कम…