भोग से योग की ओर
भोग से योग की ओर (काव्य सत्रह से सम्बन्धित कथा) अपने पुरुषार्थ से तीनों लोकों को भी एक सूत्र में बांध देने वाला मानव जिसके सम्मुख अपने घुटने टेकता है-उस शूरवीर का नाम क्या आप को ज्ञात है? बड़े-बड़े तपस्वियों, दार्शनिकों, ज्ञानियों, शास्त्रों, पुराणों आदि ने अपना रोना जिसके कारण से रोया है, क्या उसका…