स्वानुंभव!
[[श्रेणी: शब्दकोष]]स्वानुंभव – Svaanubhava. Spiritual realization or intuition. आत्मानुभव। आत्मसुख का वेदन ही स्वानुभव है।
[[श्रेणी: शब्दकोष]]स्वानुंभव – Svaanubhava. Spiritual realization or intuition. आत्मानुभव। आत्मसुख का वेदन ही स्वानुभव है।
[[ श्रेणी:जैन_सूक्ति_भण्डार ]] [[ श्रेणी:शब्दकोष ]] == लोभी : == सुवर्णरूप्यस्स च पर्वता भवेयु:, स्यात् खलु कैलाससमा असंख्यका:। नरस्य लुब्धस्य न तै: किंचित्, इच्छा खलु आकाशसमा अनन्तिका।। —समणसुत्त : ९८ कदाचित् सोने और चाँदी के कैलास के समान असंख्य पर्वत हो जाएं, तो भी लोभी पुरुष को उनसे तृप्ति नहीं होती, क्योंकि इच्छा आकाश के…
[[श्रेणी:शब्दकोष]] साकार उपयोग – Saakaara Upayoga. Conscious knowledge (sensory, scriptural, clairvoyance, telepathic etc). ज्ञानोपयोग, मति, श्रुत, अवधि और मनः पर्ययज्ञान के द्वारा जोक अपने-अपने विषय का विषेष ज्ञान होता है उसे साकार उपयोग कहते है।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लता – 84 लाख लतांग प्रमाण काल धातिया कर्म की अनुभाग षक्ति का एक उदाहरण। Lata- A large unit of time
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सहेतुक वन – Sahetuka Vana. Name of initiation & ommiscience forests of 9 Tirthankars (Jaina-Lords)-Ajitnath, Sambhavanath, Sumatinath, Suparshvanath, Sheetalnath, Vimalnath, Anantnath, Kunthunath & Arahnath. तीर्थकर अजितनाथ, संभवनाथ, सुमितनाथ, सुपाष्र्वनाथ, शीतलनाथ, विमलनाथ, अनंतनाथ, कुंथुनाथ, अरनाथ का दीक्षा एवं केवलज्ञान वन ।
[[श्रेणी : शब्दकोष]] ब्रह्माद्वैत – Brahmadvaita. Name of a doctrine (related to monotheism). एक अद्वैतवाद मत ” ब्रम्ह को ही पारमार्थिक सत् मानने वाला “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रत्नत्रय – सम्यग्दर्षन, सम्यग्ज्ञान, सम्यग्चरित्र इन तीनो गुणो को रत्नत्रय कहते है। इनकी एकता मोक्षमार्ग है। Ratnatraya-Three spiritual jewels Right faith right knowledge right conduct
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रभंकर- सौधर्म स्वर्ग का 27 वाँ पटल व इन्द्रक। prabhamkara – name of the 27th patal (layer) of indrak of saudharma heaven.
[[श्रेणी:शब्दकोष]] याचना – मांगना, निवेदन करना। Yacana-Entreaty, begging, petition, To refrain from begging even in need
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रदेश छेदना- छेदना का एक भेद। ऊध्र्व, अधः आदि प्रदेषें के द्वारा द्रव्यों का पृथक् होना। pradesa chedana – separation of matters