प्रमादचरित!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रमादचरित- अनर्भदण्ड; बिना प्रयोजन पृथिवी, जल, अग्नि के आरम्भ करना, वनस्पति छेदना, पर्यटन करना और दूसरों को कराना। Pramadacarita- Causing useless activities (purposeless)
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रमादचरित- अनर्भदण्ड; बिना प्रयोजन पृथिवी, जल, अग्नि के आरम्भ करना, वनस्पति छेदना, पर्यटन करना और दूसरों को कराना। Pramadacarita- Causing useless activities (purposeless)
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रमाण राशि- गणित में विवक्षित प्रमाण का जो फल या उपकार प्राप्त होवें। PramanaRasi- Resulting or final quantity
उद्भाव Origination, Production, Appearance. उत्पत्ति सन्तति उत्पादन।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रत्युपेक्षण- निरीक्षण करना, जांचना आदि। pratyupeksana – survey, inspection, testing
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भावाभिनन्दी – Bhavabhinadi. The welcomer of the worldly existence. सांसारिक अस्तित्व का अभिनन्दन करने वाला “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रभासदेव- घ्डकी खण्ड का रक्षक व्यन्तर देव, नाभिगिरी के एक देव का नाम, विश्णु नदी के द्वार के निकटवर्ती समुद्र में स्थित देव। Prabhasadeva- Name of deities (related to DhatkiKhand (region), Nabhigiri (mountain) &Sindhuriver
[[ श्रेणी:जैन_सूक्ति_भण्डार ]] [[ श्रेणी:शब्दकोष ]] == साहसी : == जाव य ण देन्ति हिययं पुरिसा कज्जाइं ताव विहणंति। अह दिण्णं तिय हिययं गुरुं पि कज्जं परिसमत्तं।। —कुवलयमाला जब तक साहसी पुरुष कार्यों की तरफ अपना ध्यान नहीं देते, तभी तक कार्य पूरे नहीं होते हैं। किन्तु उनके द्वारा कार्यों के प्रति हृदय लगाने से…
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रत्यावली- आवली के ऊपर की जो दूसरी आवली है वह प्रत्यावली है। pratyavali – a time unit (reg. avali.)
[[ श्रेणी:जैन_सूक्ति_भण्डार]] [[ श्रेणी:शब्दकोष ]] == गुणी : == लच्छीए विणा रयणायरस्स गम्भीरिमा तहज्जेव। सा लच्छी तस्स विणा कस्स न गेहे परिब्भई।। —गाहारयणकोष : ४५ लक्ष्मी के बिना भी रत्नाकर की गंभीरता तो वैसी ही बनी हुई है, किन्तु सागर को छोड़कर चली गई लक्ष्मी को कहाँ—कहाँ नहीं भटकना पड़ता ? ठाणेसु गुणा पथड़ा ठाणाणि,…
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सहवृत्ति – Sahavritti. Tendency of co-asociation or co-association or co-inclination. समवृत्ति अर्थात् गुण और गुणी का साथ-साथ रहना अर्थात् उनका कथंचित् एकत्व -तादात्म्य सम्बंध ।