मन!
[[श्रेणी : शब्दकोष]] मन – Mana. Mind , Consciousness. अन्तःकरण ” नोइन्द्रिय; जिसके द्वारा शिक्षा ग्रहण हो , तर्क – वितर्क हो , संकेत समझा जावे “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] मन – Mana. Mind , Consciousness. अन्तःकरण ” नोइन्द्रिय; जिसके द्वारा शिक्षा ग्रहण हो , तर्क – वितर्क हो , संकेत समझा जावे “
[[श्रेणी: शब्दकोष]] भेदोपचार:Statement of something on the basis of its nature. उपचार का भेद; गुण, गुणी में भेदकर के कहना भेदोपचार है ” इसे सद्भूत व्यवहार भी कहते हैं क्योंकि गुण, गुणी का तादात्म्य सम्बंध पारमार्थिकहै “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विराट – Virata. Name of a country, the old name of Barar. एक देश, राजा विराट यहाँ के राजा थे वनवासी पांडवों ने छध्वेश में इसी का आश्रय लिया था (बरार देश का पूर्व नाम) “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रतिपाद्य – Pratipaadya. Expounded, Established. प्रतिपादित, प्रस्तुत, प्रदर्शित “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रतिचंद्र – Pratichandra. A king of Vanara dynasty. वानरवंस का एक राजा ” अंत में दीक्षा लेकर मोक्ष गये “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रतराकाश – Prataraakaasha. Extensive area of space (Akash). सर्व आकाश के लम्बे चौड़े प्रदेशों के माप मात्र आकाश, जो 7×7=49 राजू है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पुष्पदत्त – Puspadatta. Name of the 7th Narayan. ७वें नारायण का नाम “
[[ श्रेणी:जैन_सूक्ति_भण्डार ]] [[श्रेणी:शब्दकोष ]] == ध्यान : == मोक्ष: कर्मक्षयादेव, स चात्मज्ञानतो भवेत्। ध्यानसाध्यं मतं तच्च, तद्ध्यानं हिममात्मन:।। —योगशास्त्र : ४-११३ कर्म के क्षय से मोक्ष होता है, आत्मज्ञान से कर्म का क्षय होता है और ध्यान से आत्मज्ञान से कर्म का क्षय होता है और ध्यान से आत्मज्ञान प्राप्त होता है। अत: ध्यान…
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पुष्करवर सागर – Puskaravara Sagara. An ocean surrounding Pushkarvardvip (island). पुष्करवरद्वीप की घेरे हुए एक समुद्र “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विषम द्रष्टांत – Vishama Drstamta. An odd example of an event. जो दार्ष्टान्तिक के सदृश न हो उसे विषम द्रष्टांत कहते हैं “