मनोह्लदा!
[[श्रेणी : शब्दकोष]] मनोह्लदा – Manohlaada. Name of a king of Rakshas dyansty. राक्षसवंश का एक राजा “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] मनोह्लदा – Manohlaada. Name of a king of Rakshas dyansty. राक्षसवंश का एक राजा “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्पंदन – Spamdana. Vibration, pulsation.कम्पन। देखे-परिस्पंदन।
धम्मरसायण A book written by a saint, Padmanandiji. मुनि पद्मनन्दि (ई.977) कृत का ग्रंथ।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शृंगारार्णवचंद्रिका – Shringaaraarnachandrikaa. Name of a poetic composition composed by Vijayavarni. विजयवर्णी कृत एक काव्य शिक्षा छंद अलंकार विषयक संस्कृत भाषाबद्ध एक कृति “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्थूल परिग्रह – Sthuula Parigraha. Ten types of external possessions of householders.10 प्रकार के बहिरंग परिग्रह को स्थूल परिग्रह कहते है।
धनधान्य प्रमाणातिक्रम Exceeding the set limits of grains, cattle and wealth (an infraction). परिगग्रह परिमाणव्रत का एक अतिचार, धन, गाय, भैस एवं धान्य पदार्थ संग्रह के लिए की हुई मर्यादा का उल्लंघन करना।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] वीर निर्वाण क्रिया –Vira Nirvana Kriya A kind of devotional prayer. कृतिकर्म; सिद्धभक्ति, निर्वाण भक्ति, पंचगुरु भक्ति, शांति भक्ति पढना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्थिति भोजन – Sthiti Bhojana. One of the 28 basic restaints of Jaina Saints, procedural taking food by standing without any support.साधु का एक मूलगुण। दीवाल आदि का संहार न लेकर स्वयं स्थिर खड़े रहकर अपनी अंजली ग्रहण करना स्थिति भेाजन कहलाता है।
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भक्ति – Bhakti. Eulogical devotion for Lord. अर्हत आदि के गुणों में अनुराग रखना भक्ति है अथवा निज परमात्म तत्त्व के सम्यक् श्रध्दान – अवबोध – आचरण स्वरूप शुद्ध रत्नत्रय परिणामों में अनुरक्त रहना “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] वीतराग छध्न्स्थ –VitaragaChadmastha. Souls at the 11th – 12th stage of spiritual devel-opment. ११ वें व १२ वें गुणस्थान वाले वीतराग छध्न्स्थ हैं “