चक्रव्यूह!
चक्रव्यूह An array of soldiers in the form of a circle. एक विशिष्ट सैन्य रचना, इसमें राजा मध्य में रगता है और उसके चारों ओर अंगरक्षक होते हैं , इसकी चक्राकार रचना में एक हजार आरे होते हैं ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
चक्रव्यूह An array of soldiers in the form of a circle. एक विशिष्ट सैन्य रचना, इसमें राजा मध्य में रगता है और उसके चारों ओर अंगरक्षक होते हैं , इसकी चक्राकार रचना में एक हजार आरे होते हैं ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
घोषसम Resonance (regarding scriptural knowledge ‘Shrutgyan’). अनुयोग श्रुतज्ञान ; जो घोष अर्थात त् द्रव्यानुयोग द्वारा के साथ उतोपन्न होता है इस कारण घोषसम कहलाता है ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
चन्द्रगिरि A mountain at Shravanbelgola. श्रवणबेलगोला में स्थित एक पर्वत ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
गृहीतग्रहण Acquired knowledge. ईहाज्ञान ; अवग्रह से ग्रहण किए पदार्थ को विशेष जानने की ओर उन्मुखता ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
गृहकर्म Installation of idols in temples. गृहस्थ द्वारा करने योग्य कर्म, स्थापना निक्षेप से कर्म का एक भेद, जिनग्रहों में प्रतिमा की स्थापना करना ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
घोर गुण Those (super saints) having supreme virtues. उत्कृष्ट पराक्रम सहित हैं गुण जिनके , घोर गुण (ऋद्धिधारी मुनि) कहे जाते हैं ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]] मघवा – Maghava.: Name of the 6th earth of hell. नरक की छठी पृथ्वी, जिसका अपरनाम तमःप्रभा है “
गुणवृद्धि Increasing series (in properties). गुणाकार रूप अधिक अधिक द्रव्य जिसमें पाया जाए ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
गुरुत्वगति Gravitational motion. गति का एक भेद ; पत्थर आदि के नीचे की ओर जाने वाली गति ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सप्तविध संसार – Saptvidha Sansaara. Seven modes of involvement of beings in the wordly cycle. एकेन्द्रिय जीव के सूक्ष्म बादर, द्वीन्द्रिय, श्रीन्द्रिय, चतुरिन्द्रिय, पंचेन्द्रिय के संज्ञी और असंज्ञी ये संसारी जीव के सात भेद है, इनमें भ्रमण करना ही सात प्रकार का संसार है।