रूपस्थ ध्यान!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रूपस्थ ध्यान – समवषरण में स्थित अरहंत भगवान का ध्यान करना। Rupastha Dhyana-Deeply engrossment in the form of lord Arihant
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रूपस्थ ध्यान – समवषरण में स्थित अरहंत भगवान का ध्यान करना। Rupastha Dhyana-Deeply engrossment in the form of lord Arihant
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सूचीकर्म – Sucheekarma. Outlining of something or needlework. अनुयोग की निरूक्ति के 5 दृष्टांतो मे एक दृष्टांत । लकडी से किसी वस्तु को तैयार करने के लिये पहिले लकडी के निरूपयोगी भाग को निकालने के लिये उसके ऊपर एक रेखा में जो डोरा डाला जाता है, वह सूचीकर्म है।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पिपीलिका – Pipilika. The ant (3 sensed beings). चींटी. इनके तीन इंद्रिय- स्पर्शन, रसना, घ्राण होती हैं “
तुगवरक A mountain of Bharat kshetra in Arya khand (region). भरतक्षेत्र आर्य खण्ड का एक पर्वत। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सुक्ष्म निगोद – Sukshma Nigoda. See- Nigoda Suksma. देखे – निगोद सुक्ष्म ।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] न्यायसूर्यावली – Nyaaysooryaawali. Name of a book. एक न्यायविषयक ग्रंथ “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सुस्थित – Susthita. Name of a protecting peripatetic deity of Lavan ocean. लवण समुद्र का रक्षक व्यन्तर देव ।
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विश्वलोचन कोष – Visvalochana Kosa. A Sanskrit Synonym Dictionary compiled by Dhars Acharya. धरसेन आचार्य कृत संस्क्रत भाषा का नानार्थक कोष “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सुविशाल – Suvishaala. Name of the third heavenly aboding place of middle Graiveyak. Name of the 67th chief disciple of Lord Rishabhdev. Name of a heavenly aboding place of soudharma heaven. मध्यम ग्रैवेयक का तीसरा इन्द्रक विमान, वृक्षभदेव के 67 वें गणधर, सौधर्म स्वर्ग का एक विमान ।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पालकी – Palaki. Palanquin. एक प्रकार की विशेष सवारी. जिसे मनुष्य लोग कंधे पर रखकर पैदल चलाते हैं. तीर्थंकर भगवान देवों द्वारा लाई गई पालकी में बैठकर दीक्षावन की ओर गमन करते हैं “