प्रहरा!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रहरा- भरत क्षेत्र सिथत आर्यखण्ड की एक नदी। Prahara- Name of a river of Bharat khsetra Arya khand region
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रहरा- भरत क्षेत्र सिथत आर्यखण्ड की एक नदी। Prahara- Name of a river of Bharat khsetra Arya khand region
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रूचकवर पर्वत – मध्य लोक के 13 द्वीप का कुण्डलाकार पर्वत इस पर कुल 44 कूट है पूर्वादि दिषा में 8 – 8 कूट हैं जिन पर दिक्कुमारी देवियां रहती है।जो भगवान की माता की सेवा में जन्म कल्याणक के समय आती है। अभ्यंतर भाग में चार सिद्ध कूट है। Rucakavara parvata-name of a…
[[श्रेणी:शब्दकोष]] बांस – केवल ज्ञान वृक्ष का नाम। Bamsa- Bamboo tree name of the initiation & omniscient tree of lord Naminath
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भाव प्रत्याख्यान – Bhava Pratyakhyana. Internally renunciation of inauspicious deeds. अशुभ परिणामों का मैं त्याग करूंगा ऐसा संकल्प करना भाव प्रत्याख्यान है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] बहुरुपिणी- तिलोयपण्णत्ति के अनुसार भगवान् नमिनाथ की यक्षिणी का नाम (इनका नाम चामुण्डी देवी भी मिलता है), अनेक रुप बनाने की एक शक्तिशाली विद्या जो रावण को प्राप्त थी। Bahurupini – Name of the female demigod of lord Naminath super power of transforming into multiforms
उदय Rising (of Sun etc.), Fruition (of Karmas), Name of the 19th planet सूर्य का उदित होना द्रव्यो क्षेत्र काल भाव के अनुरूप कर्मों के फल का प्राप्तn होना ८८ ग्रहों में १९ वाँ ग्रह।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संक्षेप सम्यत्तवार्य – Sanksepa Samyaktvaarya. See – Sanksepa Darshanaarya. देखें – संक्षेप दर्शनार्य “
आद्यान्तमरण A type of death causing not repetition of the same binding & fruition of karmas in next birth. मरण का एक भेद-वर्तमान काल के मरण या प्राकृति आदि के समान पुनः आगामी काल में बंध उदय नहीं हो।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रत्नराषि – चमकते हुए रत्नो का ढेर जो कि तीर्थकर की माता कांे 15 स्वप्न के रूप् मे दिखाई देते है जिसका अर्थ पुत्र गुणों की खान होगा। Ratnarasi- Sparkling jewels (the 15th dream mark of lord’s mother)
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संक्षेप रुचि – Sanksepa Roochi. To have interest in understanding by summarized exposition. संक्षेप कथन से समझने की रुचि होना “