दत्ति कर्म!
दत्ति कर्म Some religious duties of householders. गृहस्थों का कर्तव्य । चार तरह का दान देना। पात्रों को भक्ति से एंव दुखियों को दया से। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
दत्ति कर्म Some religious duties of householders. गृहस्थों का कर्तव्य । चार तरह का दान देना। पात्रों को भक्ति से एंव दुखियों को दया से। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वर्ष दशक – Varsh dashak .: A time period of 10 years. काल का एक प्रमाण विशेष ” दस वर्ष का समय “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पंचधारणा – Panchadhaarana. Five kinds of conceptional theories. पिण्डस्थ ध्यान की पांच धारणाएँ – पार्थिवी, आग्नेयी, श्वसना, वारुणी और तत्त्वरूपवती धारणा “
फाहियान Name of a Chinese tourist who came to India and reside for the period of 402-405 AD. एक चीनी यात्री जो ई. 402 में भारत आया एंव 405 तक भारत में रहा। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वर्णलाभ क्रिया – Varnalaabha Kriyaa.: A social tradition of seperation from the family with the permission of parents after marriage of one,An auspicious activity of pursuastion of one’s righteousness. गर्भान्वय की 18वीं क्रिया ;इसमें विवाह के बाद पिता की आज्ञा से धन – धान्य आदि संपदा प्राप्त करके पृथक मकान में रहने की व्यवस्था…
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पंच उदय काल – Pancha Udaya Kaala. Five kinds of time periods related to the fruition of Karmas. कार्मण काल, मिश्र शरीर काल, शरीर पर्याप्त काल, उच्छवास काल और भाषा काल ये पंच उदय काल कहलाते है”
त्रिमूढता Three faults in right faith. सम्यग्दर्शन के 25 दोषों में 3 दोष । लोक मूढता, देवमूढता, गुरूमूढता । [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भवसंसार – Bhavasamsara. Cycle of transmigration in different body forms. पाँच प्रकार के संसार में एक भेद; भव के निमित्त से ३२ प्रकार की पर्यायों में जन्म – मरण करने का नाम भवसंसार है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पंच – Pancha. Five ‘5’. पांच – जैसे, पंचाग्नि, पचास्तिकाय इत्यादि “
तत्वसमीक्षा Name of a commentary book written by Vachaspati Mishra. वेदांत साहित्य प्रवर्तक वाचस्पति मिश्र (ई. 840) की व्रह्मसिद्धि पर लिखी समीक्षा।[[श्रेणी:शब्दकोष]]