आहवनीय!
आहवनीय A sacred fire in which funeral ceremony of Gandhars is performed. अग्नि वह अग्नि जिसमें गणधरों के शरीर का अग्नि संस्कार किया जाता है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
आहवनीय A sacred fire in which funeral ceremony of Gandhars is performed. अग्नि वह अग्नि जिसमें गणधरों के शरीर का अग्नि संस्कार किया जाता है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निर्धन – Nirdhana. Pauper, poor, needy. ग़रीब, धनहीन व्यक्ति “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भव्यत्वाभिव्यक्ति – Bhavyatvabhivyakti. Exposition of the worthiness (for salvation) of one. जीव का वह स्वभाव जिससे सम्यक्त्व की अभिव्यक्ति होती है “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] बाह्य करण – Bahya Karana. External cause causing certainty for the comple-tion of any work. कार्य सिध्द में साधकतम बाह्य निमित जिसके होने पर कार्य की सिध्द निशिचत होती है “
द्रव्यविचिकित्सा Physical disgust (pertaining to excreta etc.) विष्ठा आदि पदार्थों में ग्लानि का होना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
उत्पन्न स्थान सत्तव Reforming of Karmas by reducing Karmic Sthiti. पूर्व पर्याय में जो उद्वेलना व बिना उद्वेलना से सत्तव हुआ है उसका उत्तर पर्याय में उत्पन्न होना। वहाँ उत्तर पर्याय में उस सत्तव को उत्पन्न स्थान में सत्तव कहा है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निरास्रव – Niraasrava. Devoid of attachments, ill-feelings etc. सम्यग्दृष्टि जीव अर्थात् राग, द्वेष और मोह से रहित होना निरास्रव कहलाता है “
द्रव्य प्रतिक्रमण Reading Pratikraman Dandak etc. religious key lessons is called Dravya Pratikraman. गौतम गणधर द्वारा रचित प्रतिक्रमण दण्डक आदि सूत्र पाठ पढ़ना द्रव्यप्रतिक्रमण है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
द्रव्य निक्षेप Substantive installing. द्रव्य का आगामी या पूर्व पर्याय की अपेक्षा कथन करना, जैसे राजपुत्र को राजा कहना।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लोकानुवृत्ति –Lokaanuvrtti.: A kind of modesty. सामान्य विनय का एक भेद ;किसी पुरुष के अनुकूल बोलना तथा देश व काल योग्य अपना द्रव्य देना लोकानुवृत्ति विनय है “