समाधिगुप्त!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] समाधिगुप्त – Samaadhigupta. The predestined 18th Tirthankar (Jaina-Lord). भाविकालीन 18 वें तीर्थकर है।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] समाधिगुप्त – Samaadhigupta. The predestined 18th Tirthankar (Jaina-Lord). भाविकालीन 18 वें तीर्थकर है।
दानवीर Extremely charitable, A title, Philanthrophist. महान दानी व्यक्तियों की एक उपाधि, भामाशाह को यह उपाधि प्राप्त थी। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:जैन_सूक्ति_भण्डार ]] [[ श्रेणी:शब्दकोष ]] == कुपुत्र : == सयलजणनयणकडुयं नित्यामं तह पयायपरब्भट्ठं। नियतणयं धूमं पेच्छिऊण छारं गओ अग्गी।। —गाहारयणकोष : ८१० समस्त लोगों की आँखों को कडुवा लगने वाला, पुरुषार्थ रहित, प्रताप से भ्रष्ट अपने पुत्र धुएं को देखकर आग (लज्जा से) स्वयं जलकर राख बन गई है। (बड़े व्यक्ति भी अपने कुपुत्रों से…
चारूपाद One who is going to be 23rd (predestined) Tirthankar (Jaina-lord). भविष्यत्कालीन २३वें तीर्थंकर देवपाल का जीव ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] नंदिषेण – Namdisena Name of the Acharya, 6th Balbhadra, Past-birth name of Lord Chandraprabhu & Lord Suparshvanath, the 3rd predestined Narayan. पुत्राट संघी एक आचार्य जितदण्ड के शिष्य और दीपसेन के गुरु, छठें बलभद्र का नाम, चंद्रप्रभु एवं सुपार्शव भगवान के पूर्व भव का नाम, भारतक्षेत्र के आगामी तीसरे नारायण ”
चंगदेव An ancestor of poet Haridev. मयणपराजय चरिउ के रचयिता कवि हरिदेव के पूर्वज ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] समरस – Samarasa. Equanimous nature. समतारुपी रस अर्थात् अनुभवन, घ्यानलीन मुनि समरस का आस्वाद प्राप्त करते हैं।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सत्त्व – Sattva. Earth, Water, Fire & Air are called Sattva. पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु- इन चार को सत्त्व कहते है “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विसृष्टांग तप –Visratamga Tapa. An austerity or meditation, keep the body ex-actly loose. कायक्लेश तप का एक भेद; जिस तप में सम्पूर्ण शरीर ढीला छोड़ दिया जाये उसे विसृष्टांग तप कहते हैं “
घातकत्व निदान An evil thought of harming someone in next birth. घातक कषायरूप निदान ; ‘ परलोक में मै किसी का बुरा करूँ ‘ आदि।[[श्रेणी:शब्दकोष]]