प्रभंजन!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रभंजन- मानुशोत्तर पर्वत का एक कूट व उसका स्वामी एवं भवनवासी वायुकुमार देवों का इन्द्र। prabhamjana – name of a summit of manushottar mountain and its ruling deity.
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रभंजन- मानुशोत्तर पर्वत का एक कूट व उसका स्वामी एवं भवनवासी वायुकुमार देवों का इन्द्र। prabhamjana – name of a summit of manushottar mountain and its ruling deity.
गुणार्थिक नय Standpoint of accepting attributes of matter. द्रव्य सामान्य को ग्रहण कर।[[श्रेणी:शब्दकोष]]ने वाला नय
[[श्रेणी:जैन_सूक्ति_भण्डार ]] [[श्रेणी:शब्दकोष ]] == जैन—दर्शन : == ण वि अत्थि अण्णवादो, ण वि तव्वाओ जिणोवएसम्मि। —सन्मति तर्क् प्रकरण : ३-२६ जैन दर्शन में न एकान्त भेदवाद मान्य है और न एकान्त अभेदवाद। अत: जैन दर्शन भेदाभेदवादी दर्शन है।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रदेशत्व- द्रव्य का एक सामान्य गुण; जिस शक्ति से द्रव्य का कोई न कोई आकार बना रहता है। pradesatva – characteristics of occupancy in any matter
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रलय- विनाष, सृश्टि विनाष। अवसर्पिणी काल में छठें-दुखमा काल के उनचास दिन कम इक्कीस हजार वर्शो के बीत जाने पर जंतुओं को भयदायक घोर प्रलयकाल प्रवृत्ती होता है। Pralaya- Dissolution of the world, disaster, catastrophe
[[श्रेणी:शब्दकोष]] नंदिनी – Namdina A city of the north of Vijayardh mountain , Name of a female beloved deity of a peripatetic Indra. विजयार्ध की उत्तर श्रेणी का एक नगर, गंधर्व व्यंतर के इन्द्र गितरस की वल्लभिकादेवी ”
[[श्रेणी:शब्दकोष]] Name of a Hindi poet. अनेक आध्यात्मिक हिन्दी पदों के रचयिता “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रमार्जित- पिच्छी आदि कोमल उपकरण से साफ की हुई भूमि आदि। Pramarjita- Carefully purified place, body etc
[[श्रेणी:शब्दकोष]] नंदनपुर – Namdanapura Name of the birth city of Pratinarayan “Merak” एक नगर; तीसरे प्रतिनारायण ‘मेरक’ की जन्म भूमि ”