गो, गोपाल, गोधरा— पृथ्वी
गो, गोपाल, गोधरा— पृथ्वी सियाराम दास त्यागी इस वैज्ञानिक युग में घोर अवैज्ञानिक मतिभ्रम फैला हुआ है । तभी तो नास्तिकता, हिंसा, स्वार्थ लोलुपता आदि अवगुणों को अधिकाधिक प्रश्रय मिल रहा है। मानवता पथभ्रष्ट हो गयी है । मनुष्य का मस्तिष्क और शरीर दोनों विकृत से प्रतीत हो रहे हैं। यही कारण है कि विज्ञान…