परम पूज्य प्रज्ञाश्रमणी आर्यिका श्री चंदनामती माताजी के रजतमय पच्चीस वर्ष!
परम पूज्य प्रज्ञाश्रमणी आर्यिका श्री चंदनामती माताजी के रजतमय पच्चीस वर्ष गुरुभक्त्या भवेदत्र, महारण्ये महत्पुरम्।तत्राभीष्टं फलं चैव, कल्पवल्ल्येव विन्दते।। आर्यखण्ड के गौरवशाली भारतदेश की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि हमें प्राचीन काल से ही तीर्थंकर महापुरुषों, महामनीषियों, महान आचार्यों एवं महान र्आियका माताओं के जीवन से परिलक्षित कराती रही है जिन्होंने न सिर्पक़ इस शस्यश्यामला भूमि…