पंचास्तिकाय सार
पंचास्तिकाय सार यह कथा प्रसिद्ध है कि ‘श्री कुमारनंदि सिद्धांतदेव’ के शिष्य ‘श्री कुंदकुंदाचार्य’ जिनके पद्मनंदि, ऐलाचार्य, वक्रग्रीव और गृद्धपिच्छ ये पांच नाम भी प्रसिद्ध हैं, वे पूर्वविदेह क्षेत्र में गये। वहां वीतराग सर्वज्ञदेव श्री सीमंधर स्वामी तीर्थंकर परमदेव के दर्शन किए तथा उनके मुखकमल से प्रकट हुई दिव्यध्वनि को सुन करके, उससे पदार्थों को...