प्रथमाचार्य श्री शांतिसागर महाराज प्रश्नोत्तरी प्रस्तुति-ब्र. कु. सारिका जैन (संघस्थ) प्रश्न १ – बीसवीं सदी के प्रथम आचार्य कौन थे? उत्तर – चारित्रचक्रवर्ती आचार्यश्री शांतिसागर जी महाराज। प्रश्न २ – इनका जन्म कब और कहाँ हुआ था?उत्तर – आचार्यश्री का जन्म ईसवी सन् १८७२ में आषाढ़ कृष्णा षष्ठी के दिन बेलगाँव जिले के ‘येळगुळ’ ग्राम…
काव्य कथानक प्रथमाचार्य श्री शांतिसागर काव्य कथानक (१) जन्म, बाल विवाह एवं ब्रह्मचारी जीवन भव्यात्माओं! संसार के रंगमंच पर अनन्त प्राणी अपना-अपना जीवन व्यतीत करके चले जाते हैं और पुन: पुन: चारों गति में परिभ्रमण करते हुए चौरासी लाख योनियों में दु:ख भोगते रहते हैं। कभी कोई बिरले पुण्यात्मा जीव होते हैं जो मानव जीवन…
आचार्यश्री के चार स्वप्न (१) लोणंद में– लोणंद चातुर्मास के अन्त में आचार्य महाराज को यह स्वप्न रात्रि के अंतिम प्रहर में दिखाई पड़ा था, आचार्यश्री के आसपास ५०० से अधिक व्यक्ति बैठे थे। उस समय १२ हाथ लंबा सर्प घेरा बांधकर बैठा था। वह लोगों के पास से आकर महाराज के सिर पर चढ़…