मुनिसुव्रतनाथ भगवान की स्तुति
मुनिसुव्रतनाथ भगवान की स्तुति मुनिसुव्रत! सुव्रत के दाता, भव हर्ता मुक्ति विधाता हो। मैं नमूँ तुम्हें मेरे स्वामी, मुझको भी सिद्धि प्रदाता हो।। वह राजगृही नगरी धन है, त्रैलोक्य गुरू जहाँ थे जन्में। हैं धन्य सुमित्र पिता माता, सोमा भी धन्य हुईं जग में।।१।। श्रावण वदि दूज गर्भ बारस१, वैशाख वदी में जन्म लहा। वैशाख...