भगवान सुमतिनाथ स्तुति
श्री सुमतिनाथ स्तुति (सप्तविभक्ति समन्वित) श्रीमान् सुमतिनाथस्त्वं, मोहध्वांतविनाशक:।भव्या: सुमतिनाथं त्वां, भजंतीह सुबुद्धये।।१।। श्रीमत्सुमतिनाथेन, हता: कर्मारय: स्वयं।तस्मै सुमतिनाथाय, नम: स्वकर्महानये।।२।। तीर्थं सुमतिनाथाद् यत्, तत् सर्वेषां सुखावहं।श्रीमत् सुमतिनाथस्य, शरण्यं चरणद्वयं।।३।। तस्मिन् सुमतिनाथे हि, मतिं स्थिरां करोम्यहं।प्रभो! सुमतिनाथ! त्वं, देहि मे पंचमीं गतिं।।४।। (हिन्दी काव्य) जिनके वक्त्राम्बुज से निकली, दिव्यध्वनि अमृतरस झरिणी।जो चित्तकुमति हरणी मन में, चैतन्य सुधारस...