मेरे ज्ञानार्जन का अपूर्व केन्द्र बनी कुण्डलपुर तीर्थयात्रा
मेरे ज्ञानार्जन का अपूर्व केन्द्र बनी कुण्डलपुर तीर्थयात्रा मुझे स्मरण आता है राजाबाजार, कनॉटप्लेस-दिल्ली में १३ फरवरी २००२ का वह दिन जब पूज्य गणिनी श्री ज्ञानमती माताजी और मेरी चर्चा हुई भगवान महावीर की जन्मभूमि-कुण्डलपुर (नालंदा) के साक्षात् दर्शन की। दोनों के हृदय में विचार परिपुष्ट हो रहा था कि स्वयं जाकर ही भगवान की…