मंगल भावना परमविदुषी, तीर्थोद्धारिका, सरस्वती की प्रतिमूर्ति, अभीक्ष्ण ज्ञानोपयोगी, गणिनी आर्यिका १०५ श्री ज्ञानमती माताजी दीर्घकाल से जैन संस्कृति के उन्नयन में सतत संलग्न रही हैं, तदर्थ आपने विपुल साहित्य सृजन के माध्यम से हितोपदेशी सर्वज्ञ की वाणी को जन-जन के हाथों तक पहुँचाने का अथक प्रयास किया है, तीर्थंकरों की कल्याणकभूमियों एवं अन्य धर्मायतनों…
रोशन हुई कुण्डलपुर की धरा यूँ तो प्रत्येक नगर एवं ग्राम में प्रतिदिन शासनपति भगवान महावीर के नाम की अनुगूँज रहती ही है और कुण्डलपुर के महावीर के अतिशय से विख्यात ‘‘चांदनपुर महावीर जी’’ तीर्थ पर भक्तजन अपनी मनोकामना सिद्धि के लक्ष्य से हजारों दीपक जलाते हैं, सोने-चांदी के छत्र लगाते हैं तथा खूब चढ़ावा…
”’Viparyaya”’ Error [[Category:dictionary]”OR” Wrong faith. [[Category:Dictionary]]
”’VIDYAASAAGAR”’ Name of a great Digambar Jain Acharya of 20th century. [[Category:Dictionary]]
”’VIDUUR”’ The younger brother of Dhritrashtra-Pandu of Kaurav dynasty. [[Category:Dictionary]]
”’VIDYAASHRAMAN”’ Learned Jaina saints at the learning stage of 10th Purva (scriptural knowledge). [[Category:Dictionary]]
”’VIDISHAA”’ Subdirections, quarter parts of the four directions. [[Category:Dictionary]]