जैन और बौद्ध धर्म-दर्शन : एक तुलनात्मक दृष्टि
जैन और बौद्ध धर्म-दर्शन : एक तुलनात्मक दृष्टि जैन एवं बौद्ध दोनों धर्म-दर्शन श्रमण संस्कृति के परिचायक हैं। इन दोनों में श्रम का महत्त्व अंगीकृत है। ‘श्रमण’ शब्द का प्राकृत एवं पालिभाषा में मूलरूप ‘समण’ शब्द है, जिसके संस्कृत एवं हिन्दी भाषा में तीन रूप बनते हैं – १. समन – यह विकारों के शमन…