तीर्थंकर जन्मभूमियाँ!
[[श्रेणी:जैन_तीर्थ]]
नई पौध पर कैसे लगे संस्कार के फल रेखा पतंग्या बचपन में एक कहानी पढ़ी थी। एक युवा को जब उसके अपराधों के लिए फांसी की सजा सुनाई और उसकी अंतिम इच्छा पूछी तो उसने माँ से मिलने की इच्छा जाहिर की। माँ से मिलने पर उस व्यक्ति ने माँ का हाथ लेकर अपने गाल…
सूर्य चन्द्रमा से प्राप्त ऊर्जा वास्तु शास्त्र में भूमि, आकाश, सूर्य, चन्द्रमा, समुद्र और नदियां एवं दिशाएं प्रत्येक अपना—अपना वजूद रखती है। सांसारिक क्रियाएं इनके सहयोगों के बगैर होना असंभव है। प्रकृति के खजाने में अनमोल निधियों का खजाना उपलब्ध है।वैज्ञानिकों के अनुसार पृथ्वी सूर्य के चारों और भ्रमण करती है। वैज्ञानिकों का मत है…
Shri J.C. Jain Personal Detail – Shri J.C. Jain chairman of Seth Roshan Lal Jain Trust is also the Chairman and Managing Director of Texplas Group of Industries. The group includes Texplas India Pvt. Ltd, Texplas Composites India Pvt. Ltd, Texplas Home Appliances Pvt. Ltd, Texplas Power Pvt. Ltd. Shri J.C. Jain obtained his B.E….
JEEVAN PRAKASH JAIN Name JEEVAN PRAKASH JAIN Father’s Name Shri L.C. Jain Permanent Address – 102, Clerk Colony, Indore-452010 (M.P.) INDIA Present Address – Digambar Jain Institute of Cosmographic Research (DJICR) Jambudweep-Hastinapur Distt.-Meerut (Uttar Pradesh)-250 404, INDIA Contact No.- +91 9411025124, +91 1233 280316 E-mai – jeevanpjain@gmail.com, jambudweeptirth@gmail.com Date of Birth – August 26, 1978…
स्वाध्याय प्रारंभ एवं समापन की विधि अथ पौर्वाण्हिक स्वाध्यायप्रतिष्ठापनक्रियायां श्रुतभक्तिकायोत्सर्गं करोम्यहं। णमो अरिहंताणं, णमो सिद्धाणं, णमो आइरियाणं। णमो उवज्झायाणं, णमो लोए सव्वसाहूणं।। चत्तारिमंगलं-अरिहंत मंगलं, सिद्ध मंगलं, साहू मंगलं, केवलिपण्णत्तो धम्मो मंगलं। ‘ चत्तारि लोगुत्तमा-अरिहंत लोगुत्तमा, सिद्ध लोगुत्तमा, साहू लोगुत्तमा, केवलिपण्णत्तो धम्मो लोगुत्तमा। चत्तारि शरणं पव्वज्जामि-अरिहंत शरणं पव्वज्जामि, सिद्ध शरणं पव्वज्जामि, साहू शरणं पव्वज्जामि, केवलिपण्णत्तो धम्मो…