अनुपम त्यागर्मूित पन्नाधाय
अनुपम त्यागमुर्ति पन्नाधाय एक ओर उसके लाड़ले की नृशंस हत्या का दृश्य, नेत्रों के सम्मुख चलायमान था तो दूसरी ओर उदय सिंह का वियोग पीड़ा पहुँचा रहा था। उसकी आँखों के सन्मुख अंधेरा आ गया और वह एक वृक्ष के नीचे बैठ गई। कुछ समय पश्चात् उसने अपने मन को समझाया कि अपने पुत्र की…