कुमाऊँ में जैन धर्म की प्राचीनता!
कुमाऊँ में जैन धर्म की प्राचीनता कैलाशचन्द्र जैन सारांश भगवान आदिनाथ (ऋषभदेव) के पुत्र भरत का प्राचीन काल में कैलास—मानसरोवर जाने का रास्ता ‘कुमाऊँ’ से था, जो कि चीन के तिब्बत, पश्चिम नेपाल और भारत की उत्तरी सीमा पर स्थित है। कुमाऊँ (एवं संपूर्ण उत्तराखंड) के प्राचीन शासकों ‘कत्यूरी—राजाओं’ के समय में भी जैन धर्म…