ग्वाल-बाल का राज्याभिषेक (काव्य तीस एवं इकत्तीस से सम्बन्धित कथा) निर्धन गोपाल दरिद्रता के शिकंजे में भलीभांति जकड़ चुका था। लगातार तीन वर्ष की फसलें अनाज खाकर निरा-केवल भूसा उगल रहीं थी। साहूकार का सूद मूल-धन से दूना हों रहा था और इधर तीन-तीन अविवाहित लड़कियाँ थीं जो निर्दय-निर्मम साहूकार के सूद से भी अधिक…
सिद्धों गोपाद्रौ देवपत्तने ग्वालियर का प्रसिद्ध सिद्धक्षेत्र गोपाचल महाभारत काल से पूर्व ईसा पूर्व ३४०० वर्ष प्राचीन है। जैनधर्म के बाइसवें तीर्थंकर नेमिनाथ के समय से यह सिद्ध क्षेत्र अपनी गरिमा के साथ जन—जन की आत्मा के ऊध्र्वारोहण का सन्देश दे रहा है। ‘‘श्री गोपचल पर सुप्रतिष्ठ केवली मोक्ष गये हैं जो निर्वाण भूमि हैं।’’…
आर्जव धर्म पर मोनो ऐक्टिंग —आर्यिका चन्दनामती सूर्पणखा नाम की एक स्त्री रोती हुई मंच पर प्रवेश करती है और सामने राम-लक्ष्मण को देखकर उनके रूप पर मोहित होकर कहती है — ओहो ! ये तो कोई देवपुरुष अथवा कामदेव दिख रहे हैं। इन्हें देखकर मैं तो धन्य हो गई। अब तो अपने ऊपर इन्हें…
प्रवचन करते समय श्री गौतमस्वामी की मुद्रा चारों अनुयोगों का उपदेश श्री गणधरदेव ने दिया है— तदा प्रशान्तगम्भीरं स्तुत्वा मुनिभिर्रिथत:। मनो व्यापारयामास गौतमस्तदनुग्रहे।।८४।। तत: प्रशान्तसंजल्पे प्रव्यक्तकरकुड्मले। शुश्रूषावहिते साधुसमाजे निभृतं स्थिते।।८५।। वाङ्मलानामशेषाणामपायादतिनिर्मलाम्। वाग्देवीं दशनज्योत्सनाब्याजेन स्फुटन्निव।।८६।। सुभाषितमहारत्नप्रसारमिव दर्शयन्। यथाकामं जिघृक्षूणां भक्तिमूल्येन योगिनाम्।।८७।। लसद्दशनदीप्तांशुप्रसूनैराकिरन् सद:। सरस्वतीप्रवेशाय पूर्वरङ्गमिवाचरन्।।८८।। मन:प्रसादमभितो विभजद्भिरिवायतै:। प्रसन्नैर्वीक्षितै: कृत्स्नां सभां प्रक्षालयन्निव।।८९।। तपोऽनुभावसंजातमध्यासीनोऽपि विष्टरम्। जगतामुपरीवोच्चैर्महिम्ना घटितस्थिति:।।९०।। सरस्वतीपरिक्लेशमनिच्छन्निव…
गणिनी श्री ज्ञानमती माताजी के जनक लाला श्री छोटेलाल जी का परिचय लेखिका-ब्र. कु. आस्था जैन (वर्तमान आर्यिका सुव्रतमती ) (संघस्थ-गणिनीप्रमुख श्री ज्ञानमती माताजी) जहाँ हम महामना महापुरुषों का वन्दन कर, उनका गुणानुवाद कर अपने जन्म को सार्थक समझते हैं, वहीं एक बार हमारा मस्तक उन भव्यात्माओं के जन्मदाता माता-पिता के लिए भी झुकता है,…
अरटाल अतिशय क्षेत्र (ऋषभदेशना पत्रिका से साभार) कर्नाटक हावेरी जिले में स्थित अरटाल ग्राम का पूरा नाम अरटावली था। हावेरी से अरटाल ग्राम करीब ५१ किमी. दूर है। अरटाल अतिशय क्षेत्र में विराजमान १००८ श्री पाश्र्वनाथ भगवान की प्रतिमा अतिशययुक्त है। मंदिर की प्राचीनता- वहाँ विद्यमान शिलालेख के अनुसार सन् १०४५ में इस मंदिर का…
अब बिना तार के मोबाइल फोन होगा चार्ज अमेरिकी कंपनी वाईट्राईसिटी ने एक मैग्नेटिक रिजोनेंस आधारित प्रौद्योगिकी इजाद की है जिसके जरिए लोग बिना तार के अपने मोबाइल फोन चार्ज कर सकते हैं। कंपनी इसी साल अमेरिकी बाजार में इस प्रौद्योगिकी को पेश करने की संभावना तलाश रही है। कंपनी के वरिष्ठ उत्पाद प्रबंधक ग्रांट…