अष्टान्हिका पर्व!
अष्टान्हिका पर्व का असली नाम तो ‘नंदीश्वर पर्व’ ही है क्योंकि इन दिनों में नंदीश्वर द्वीप के चैत्यालयों की ही विशेषरूप में पूजन होती है। आठ दिन का पर्व होने से इसे अष्टान्हिका पर्व भी कहते हैं।
अष्टान्हिका पर्व का असली नाम तो ‘नंदीश्वर पर्व’ ही है क्योंकि इन दिनों में नंदीश्वर द्वीप के चैत्यालयों की ही विशेषरूप में पूजन होती है। आठ दिन का पर्व होने से इसे अष्टान्हिका पर्व भी कहते हैं।
नंदीश्वर द्वीप मध्यलोक के असंख्यात द्वीपों में आठवां द्वीप है, वहाँ मनुष्य तो जा नहीं सकते अत: चारों निकाय के देवगण वहाँ जाते और पूजा आदि करते है”
नंदीश्वरद्वीप में क्या-क्या है ? (गणिनीप्रमुख श्री ज्ञानमती माताजी से हुई सैद्धांतिक वार्ता) चन्दनामती- पूज्य माताजी! वंदामि, मैं नंदीश्वर द्वीप के बारे में आपसे कुछ प्रश्न करना चाहती हूँ। श्री ज्ञानमती माताजी- पूछो, मैं आगम के आधार से नंदीश्वरद्वीप के बारे में बताऊँगी। चन्दनामती- प्रत्येक अष्टान्हिका पर्व में लोग नंदीश्वर द्वीप की पूजा करते देखे…