अभियोगी भावना!
अभियोगी भावना Desire of performing miracles (by saints). साधु द्वारा रसादिक ऋद्धि में आसक्त होकर अभियोगी होकर तंत्र,मंत्र,भूतकर्म व हास्य से आश्चर्य उत्पन्न करने की भावना [[श्रेणी:शब्दकोष]]
अभियोगी भावना Desire of performing miracles (by saints). साधु द्वारा रसादिक ऋद्धि में आसक्त होकर अभियोगी होकर तंत्र,मंत्र,भूतकर्म व हास्य से आश्चर्य उत्पन्न करने की भावना [[श्रेणी:शब्दकोष]]
अप् कायिक जीव Water bodied beings (one sensed). जल शरीर को धारण करने वाले जलकायिक एकेन्द्रिय जीव ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
अपायविचय Cogitational meditation on worldly troubles. धर्मध्यान के ४ भेदों में एक ;अपने व अन्य जीवों के कर्मों का नाश कैसे हो ऐसा विचार करना ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
अभिलाप्य Affirmable matter. प्रज्ञापनीय-कथन करने योग्य पदार्थ [[श्रेणी:शब्दकोष]]
उत्तम मार्दव धर्म- एक रूपक (‘‘विद्या ददाति विनयं’’) लेखिका – आर्यिका चंदनामती माताजी मंच पर सूत्रधार प्रवेश करके कहता है— प्यारे भाईयों एवं बहनों! मार्दव धर्म मृदुता से उत्पन्न होता है । मान कषाय के साथ इस धर्म की पूर्ण शत्रुता है । ज्यों-ज्यों आपके हृदय से अहंकार नष्ट होता जाएगा त्यों-त्यों इस गुण का…
अमृत Nectar; name of a dominion of Chakravarti. चक्रवर्ती की ४९ विभूतियों में ‘पेय पदार्थ का नाम’। [[श्रेणी:शब्दकोष]]
अपादान कारक Ablative case. षटकारकों में पञ्चमविभक्तिरूप कारक।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
अमुक्त Non-liberated (not salvated). जो मोक्ष को प्राप्त नहीं हुए हैं। [[श्रेणी:शब्दकोष]]
अमृतधारा A liquid Indian medicine, Name of a place in the south of Vijayardha mountain.कपूर , पीपरमेंट व सत् आजवाइन से निर्मित्त एक तरल औषधि,विजयार्ध की दक्षिण श्रेणी का एक नगर । [[श्रेणी:शब्दकोष]]