पारस प्रभु का मस्तकाभिषेक निराला है!
पारस प्रभु का मस्तकाभिषेक तर्ज-सपने में……….. पारस प्रभु का मस्तकाभिषेक निराला है। क्या सुन्दर लगती तन पर दूध की धारा है।।टेक.।। है प्रतिमा अतिशयकारी, सांवरिया छवि मनहारी। खड्गासन मूरति प्यारी, है सबके लिए सुखकारी।। तीर्थंकर पारसनाथ का नाम निराला है। क्या सुन्दर लगती तन पर दूध की धारा है।।१।। गणिनी श्री ज्ञानमती की, दीक्षा आर्यिका…