एडवांस डिप्लोमा इन जैनोलॉजी (द्वितीय पत्र)
एडवांस डिप्लोमा जैनोलॉजी (द्वितीय पत्र)
जैन आचार संहिता
इस पुस्तक में परम पूज्य प्रज्ञाश्रमणी आरिकारत्न श्री चंदना मति माताजी ने श्रावकाचार की प्रारंभिक अवस्था 12 व्रत एवं 11 प्रतिमाओं का सुंदर वचन करते हुए आचार्य उपाध्याय एवं साधु परमेश्वरी के श्रमणाचार्य का भी सटीक विवरण प्रस्तुत किया है साथ ही 12 अनुप्रेक्षा ध्यान सललेखना एवं पंचाचार के वर्णन द्वारा “जैन आचार संहिता” का दिग्दर्शन कराया है