‘साँच को आँच नहीं’!
साँच को आँच नहीं’ भगवान महावीर ने कहा था मेरी प्यारी संतानों मेरे जाने के बाद विवाद में मत पड़ना। तीर्थस्थान, मंदिर, मूर्तियों को लेकर आपस में कभी न झगड़ना। पर तुमने एक न सुनी, मेरी जन्मस्थली पर वाद-विवाद कर रहे हो, कुण्डलपुर या वैशाली को जन्मभूमि मानकर, एक-दूसरे पर जहर उगल रहे हो। मैं…