विद्यमान बीस तीर्थंकर की आरती
विद्यमान बीस तीर्थंकर की आरती तर्ज—चांद मेरे आ जा रे.............. आरती बीस जिनेश्वर की-२ विद्यमान श्री बीस तीर्थंकर, पांच विदेहों की।।आरती.।। जम्बूद्वीपादिक ढ़ाई, द्वीपों में पांच विदेहा। हैं चार-चार पांचों में, होते तीर्थंकर देवा।। आरती बीस.................।।१।। हैं आज भी उन क्षेत्रों में, विहरण करते तीर्थंकर। इसलिए कहे जाते हैं, ये विहरमाण तीर्थंकर।। आरती...