तत्त्वार्थसूत्र ( मोक्षशास्त्र )
Diwali Bhajan Written by- Pragyashramni Aryika Chandnamati MUSIC- Kabhi Too………… I will go to Pavapur, there is Temple Jalmandir After offering Ladu I will celebrate Diwali, Be Happy Diwali, Be Happy Diwali…….. Tirthankar Mahavir attained, Liberation from there. Saudharm Indra and Devas, came there from heaven came…… Men Women were praying, all being were praying,…
Mahavir Swami Bhajan – Prince of Kundalpur Music- Kabhi Ram Banke…….. Prince of Kundalpur, King of Universe, Mahavira,O Lord ! Mahavira. When You came in Garbh of Trishla, Sixteen dreams seen by Trishla Felt very happiness, Siddharth Emperor, Mahavira,O Lord ! Mahavira. Debkeâ-9 μ mecÙei%eeve (ceeÛe&-2018) μ (29) When You had born in the Palace,…
कैलाश पर्वत : जीवन्त दर्शन विक्रम संवत् १८०६ में ब्र. लामचीदासजी ने भगवान् ऋषभदेव की निर्वाणभूमि एवं भरत चक्रवती द्वारा बनवाये ७२ जिनालयों के दर्शन करने का दृढ़ संकल्प किया। अपनी संकल्प शक्ति के सहारे चीन, तिब्बत आदि बहुत से देशों का भ्रमण करते हुए एक ऐसे स्थान पर जा पहुँचे जहाँ से अब आगे…
नयनाभिराम: सिद्धक्षेत्र नैनागिरि (रेशंदीगिरि-ऋषीन्द्रगिरि) जिला छतरपुर (मध्यप्रदेश) यह सिद्धक्षेत्र मध्यप्रदेश के १२ सिद्धक्षेत्रों में से शाश्वत प्राचीनतम सिद्धक्षेत्र है। बाईसवें तीर्थंकर नेमिनाथ के काल में मोक्ष पधारे वरदत्तादि पंच मुनिराजों की निर्वाण भूमि, तेईसवें तीर्थंकर पार्श्वनाथ का लगभग २९०० वर्ष पूर्व समवसरण यहाँ आया था। खुदाई करने पर १३ जिन प्रतिमाओं से युक्त मन्दिर…
जैन परम्परा में राष्ट्रधर्म जैन परम्परा में जैन श्रमण तीन संध्याओं में आत्मध्यान के समय ” सत्त्वेषु मैत्री …. श्लोक के माध्यम से है भगवन्! मेरी आत्मा सदा सभी प्राणि भाव को धारण करे।” राष्ट्रभावना भाते हैं। दिगम्बराचार्य पूज्यपाद स्वामी ने शांतिभक्ति में क्षेमं सर्व प्रजानां … श्लोक में स्पष्टतया राष्ट्र की संवृद्धि एवं सुख…