वीतराग की महिमा का वर्णन
इसमें गुरु की वीतरागता के बारे में बताया गया है -जो रत्नत्रयधारी निर्ग्रन्थ महामुनियों की भक्ति करते हैं, स्तुति करते हैं वे इस संसार में विद्वानों द्वारा प्रशंसा को प्राप्त करते हैं।
इसमें गुरु की वीतरागता के बारे में बताया गया है -जो रत्नत्रयधारी निर्ग्रन्थ महामुनियों की भक्ति करते हैं, स्तुति करते हैं वे इस संसार में विद्वानों द्वारा प्रशंसा को प्राप्त करते हैं।
संसार में दृश्य मान सभी वस्तुएं कभी ना कभी नष्ट होने वाली हैं कोई भी वस्तु सदा रहने वाली नहीं हैं |