क्षुल्लक श्री सहयोगसागर जी
क्षुल्लक श्री सहयोगसागर जी महाराज पूर्व का नाम : व्रती श्री महेन्द्र कुमार जी जैन पिता का नाम : श्री डालचंद जैन माता का नाम : …
क्षुल्लक श्री सहयोगसागर जी महाराज पूर्व का नाम : व्रती श्री महेन्द्र कुमार जी जैन पिता का नाम : श्री डालचंद जैन माता का नाम : …
३० जून २०१५ से 8 फरवरी २०१६ तक मात्र ७ महीनों में दो विश्वशांति कलश यात्रा रथ का भारत भ्रमण ‘‘एक ऐतिहासिक उपलब्धि’’ प्रस्तुत है दोनों रथ भ्रमण की विस्तृत रिपोर्ट एवं सहयोगी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं के प्रति आभार १०८ फुट भगवान ऋषभदेव अंतर्राष्ट्रीय पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव की सानंद सफलता में सारे देश की प्रान्तीय…
महोत्सव की स्वर्णिम सफलता में सहयोग देने वाले विभिन्न संयोजकों की कर्मठ सेवा का सहृदय अभिवादन स्टेच्यू ऑफ अहिंसा इसको इसीलिए तो कहा गया। हाइएस्ट जैन ऑयडॅल इन वर्ल्ड के नाम से निर्मित किया गया।। इनके पद में वन्दन कर लो तो जन्म तुम्हारा सार्थक हो। मानवता हो जाएगी सफल हर कदम तुम्हारा सार्थक हो।।…
अ. भा. जैन विद्वत् सम्मेलन : मांगी-तुंगी, १-३ मार्च २०१६ -डॉ. अनुपम जैन, इंदौर भगवान ऋषभदेव १०८ फीट विशालकाय मूर्ति पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव (११-१७ फरवरी २०१६) तथा महामस्तकाभिषेक (१८ फरवरी २०१६ से प्रांरभ) के अवसर पर महोत्सव समिति द्वारा तीर्थंकर ऋषभदेव जैन विद्वत् महासंघ के नेतृत्त्व में अ. भा. जैन विद्वत् सम्मेलन का आयोजन १-३…
महोत्सव के मध्य हुए विभिन्न राष्ट्रीय संस्थाओं के अधिवेशन : एक रिपोर्ट सच तो यह ऋषभदेव प्रतिमा, जिनधर्म की कीर्ति पताका है। पूरे भारत का गौरव प्रभु के, त्याग से आंका जाता है।। भारत के गौरव में ही हमारा गौरव सदा समाहित है। समझो भौतिक संसार में आज भी धर्म अहिंसा जीवित है।। (१) दक्षिण…
गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड में शामिल हुई ११३ फुट भगवान ऋषभदेव प्रतिमा (१०८ फुट प्रतिमा का आगमोक्त माप+५ फुट के बाल=११३ फुट) ऋषभगिरि, मांगीतुंगी में जब-जब भक्तों ने १०८ फुट भगवान ऋषभदेव प्रतिमा का दर्शन किया, तब हर व्यक्ति प्रतिमा की प्रशंसा और इस महान कार्य के लिए नि:शब्द हो गया और प्रतिमा निर्माण को केवल…
झमाझम बारिश से मानों इन्द्रों ने किया भगवान का अभिषेक ११ फरवरी से १७ फरवरी २०१६ तक अतिशयकारी १०८ फुट भगवान ऋषभदेव प्रतिमा का पंचकल्याणक प्रतिष्ठा होने के उपरांत ऋषभगिरि, मांगीतुंगी में १८ फरवरी से लगातार देश-विदेश के लाखों श्रद्धालु भक्तों ने भगवान का अभिषेक किया। लेकिन समारोह के अंतिम छोर में दिनांक १ मार्च…