श्री अनन्तनाथ स्तुति
श्री अनन्तनाथ स्तुति (सप्तविभक्ति समन्वित) श्रीमाननंतनाथस्त्वं, अंतकांतकविश्रुत:।श्रीमदनंतनाथं त्वां, नमन्ति नृसुरासुरा:।।१।। श्रीमतानंतनाथेना-नंतजीवदया कृता।श्रीमतेऽनंतनाथाय, मम नमोऽस्त्वनंतश:।।२।। श्रीमतोऽनंतनाथात् हि, तीर्थमनंतसौख्यकृत्।श्रीमतोऽनंतनाथस्य, भक्तिर्भवान्तकारिणी।।३।। श्रीमदनंतनाथे हि, नतिं भक्तिं सदा दधे।श्रीमन्ननंतनाथ! त्वं, देह्यनन्तचतुष्टयम्।।४।। श्री अनंतजिन स्तुति (हिन्दी काव्य) हे नाथ! अनंत गुणाकर तुम, साकेतपुरी में जन्म लिया।जयश्यामा माँ सिंहसेन पिता, ने कीर्तिध्वजा को लहराया।। कार्तिक वदि एकम गर्भ बसे, वदि ज्येष्ठ दुवादशि...