अकाम निर्जरा!
अकाम निर्जरा Involuntary dissociation of Karmas, Involuntary wearing off. कर्म निर्जरा का एक भेद-इच्छा रहित होने पर भी इन्द्रिय विषयों का त्याग करते हुए भोग-उपभोग के निरोध को सहन करने से होने वाली कर्मों की निर्जरा।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
अकाम निर्जरा Involuntary dissociation of Karmas, Involuntary wearing off. कर्म निर्जरा का एक भेद-इच्छा रहित होने पर भी इन्द्रिय विषयों का त्याग करते हुए भोग-उपभोग के निरोध को सहन करने से होने वाली कर्मों की निर्जरा।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
अकलाध्यनन A type of defect in the right knowledge of soul. सम्यज्ञान का एक दोष;स्वाध्याय के लिए निषिद्ध कालों में अध्ययन करना।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
अकल्प्य Unacceptable, Improper, Beyond the imagina-tion. अकल्पनीय ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
अकस्मात भय A fear of unexpected adversity. ७ भयों में से एक भय;अचानक किसी आपत्ति के आ जाने का भय।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
अकलंक स्तोत्र A spiritual hymn, praising hymn. आचार्य अकलंक भट्ट (ई० ६२०-६८०) द्वारा संस्कृत में रचित जिन-सतितरा।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
अकषायी Passion-free living beings. कषाय रहित या तीव्र कषाय रहित जीव।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
अकर्म Non functional, Pure-meditation. अनुदय रूप कर्म प्रकृतियों के निषेक एक समय तक स्वरुप में रहकर तीसरे समय में अकर्मभाव का प्राप्त होते हैं।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
अकलंक भट्ट A famous Jain Acharya (religious leader), author of Tatvarth Rajvartik. एक प्रसिद्द आचार्य(ई० ६२०-६८०) ,तत्वार्थ राजवार्तिक के करता,जिन्होंने शास्त्रार्थ कर बौद्ध साधुओं को परास्त किया था.अकलंक देव आपका नाम और भट्ट पूज्यतावाचक पद है.इनका नाम भट्टाकलंक देव भी है. ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
अकारण दोष Non-casual fallacy/fault. बिना कारण कोई दोष हो जाना।[[श्रेणी:शब्दकोष]]