इन्द्रप्रस्थ
इन्द्रप्रस्थ कौरव पाण्डव की सदैव आपस मेंं प्रतिस्यर्था रही जिसमें पाण्डव विजयी रहे जिससे क्रुद्ध कौरवों ने पाण्डवों से युद्ध किया जिसमे पाण्डव विजयी हुए । पाण्डव पुराण में १६वें श्लोक में आचार्य ने कहा – ‘‘प्रवास से लौटने पर युधिष्ठर इन्द्रप्रस्थ नगर बसाकर रहने लगे थे ’’ । क्योंकि यह कुरूक्षेत्र के पास है…