रक्तोदा नदी!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रक्तोदा नदी – 14 महानदियो में चैहदवी महानदी, यह षिखरी पर्वत के पुण्डरिक द्रह से निकलकर पष्चिम की ओर ऐरावत क्षेत्र में बहती है। Raktoda nadi-Name of a great river which flows in Eravat region
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रक्तोदा नदी – 14 महानदियो में चैहदवी महानदी, यह षिखरी पर्वत के पुण्डरिक द्रह से निकलकर पष्चिम की ओर ऐरावत क्षेत्र में बहती है। Raktoda nadi-Name of a great river which flows in Eravat region
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रक्तोदा देवी – रक्तोदा कुंड की निवासिनी देवी। Raktoda devi- Name of a female divinity resident of raktoda summit
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रक्तोदा कूट – रक्तोदा कुंड में स्थित कूट। Raktoda Kuta-name of a summit situated in Raktoda Kund
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रक्तोदा (कुंड) – 1 – 32 विदेहो में गंगा सिन्धु आदि 64 नदियो में रक्तोदा नदी का कुंड जो नील व निशध पर्वत के मूल भाग में स्थित है, 2 – ऐरावत क्षेत्र में स्थित एक कंुड जिसमे रक्तोदा नदी गिरती है। Raktoda (Kumda)-Name of wide mouthed pools
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रक्ता (देवी) – रक्ता कुंड व रक्ताकूट की स्वामिनी देवी। Rakta (Devi)-Name of the female ruling deity of Raktakund & raktakuta
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रक्ता (कुंड) – 32 विदेह की 64 नदियो में रक्ता नदी का कुण्ड जो नील व निशध पर्वत के मूल भाग में स्थित है। Rakta (Kumda)-A wide mouthed pool situated in the base part of Neel & Nishadh Mountain
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रक्तशिला – सुमेंरू पर्वत के पाण्डुक वन में स्थित एक षिला, इस पर पूर्व विदेह क्षेत्र के तीर्थकरो का जन्माभिशेक किया जाता है। Raktasila-name of an auspicious large stone (related to the birth anointment ‘Janmabhishek of jaina lords of Videh Kshetra-a region
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रक्तनिभ – 88 ग्रहो मे 15 वे ग्रह का नाम। Raktanibha-Name of the 15th planet out of 88
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रक्तकंबला – सुमेरू के पंाडुक वन की चार दिषाओ में वायव्य दिषा में स्थित षिला जिस पर एरावत क्षेत्र के तीर्थकरो का जन्माभिशेक किया जाता है। Raktakambala-Name of an auspicious large stone (related to the birth anointment ‘Janmabhishek of jaina lords of Eravat Kshetra-a region
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रइधू – पउम चरिउ, जसहर चरिउ, धण्णकुमार चरिउ, दष लक्षण धर्म, दस स्तुतियां आदि के रचियता एक अपभ्रंष कवि। समय – वि 1457 – 1536, दस लक्षण धर्म दस स्तुतियां। Raidhu-Name of an Apabhransh Jainapoet