पर्याय :!
[[ श्रेणी:जैन_सूक्ति_भण्डार ]] [[ श्रेणी:सूक्तियां ]] == पर्याय : == पुरुषे पुरुषशब्दो, जन्मादि—मरणकालपर्यन्त:। तस्य तु बालादिका: पर्यययोग्या बहुविकल्पा:।। —समणसुत्त : ६६७ पुरुष में पुरुष शब्द का व्यवहार जन्म से लेकर मरण तक होता रहता है। परन्तु इसी बीच बचपन—बुढ़ापा आदि अनेक पर्यायें उत्पन्न हो—होकर नष्ट होती जाती हैं। तस्माद् वस्तूनामेव, ये सदृश: पर्यव: स सामान्यम्।…