सिद्धक्षेत्र मांगीतुंगी चातुर्मास-सन् १९९६!
सिद्धक्षेत्र मांगीतुंगी चातुर्मास-सन् १९९६ (चतुर्थ_खण्ड) समाहित विषयवस्तु १. चातुर्मास स्थापना के साथ कार्यक्रमों की झड़ी लगी। २. पर्यूषण पर्व का आगमन। ३. क्षेत्र के निर्माण कार्य में तीव्रता आई। ४. कमल जिनालय का निर्माण एवं सहस्रकूट प्रतिमाओं की स्थापना, धर्मशालाओं का निर्माण। ५. कल्पद्रुुम मंडल विधान। ६. माताजी की जन्मजयंती। ७. माताजी के चातुर्मास से…