जैन धर्म एवं रंग विज्ञान
जैन धर्म एवं रंग विज्ञान समता जैन जैन दर्शन में पुदगल के चार लक्षण है—वर्ण रस, गंध, स्पर्श। वर्ण के पाँच प्रकार जैनाचार्यों ने कहे हैं—काला, नीला, लाल, श्वेत। आधुनिक विज्ञान रंगों के सात प्रकार बताता है। बैजानी हपीनाल अर्थात् बैंगनी, जामुनी, नीला, हरा, पीला, नारंगी और लाल। मानव जीवन का रंगों से गहरा संबंध…