29. ध्यान
ध्यान बारह प्रकार के तप के अंतर्गत अभ्यन्तर तप के छह भेदों में अंतिम भेद ध्यान है। इस ध्यान के बल से ही मुनि कर्मों का नाश करते हैं। कहा भी है- ‘सभी सारों में भी सारभूत वस्तु क्या है? हे गौतम! वह सार ध्यान ही है, ऐसा सर्वदर्शियों ने कहा है। ध्यान का लक्षण-एक…