अकम्पनाचार्यादि सात सौ मुनियों की पूजन
अकम्पनाचार्यादि सात सौ मुनियों की पूजन तर्ज – धीरे-धीरे बोल कोई सुन ना ले. स्थापना सात शतक मुनिवरों की अर्चना करूँ, अर्चना करूँ इनकी वंदना करूँ। ये अकम्पनाचार्यादि थे, उपसर्गजयी मुनिराज थे।।सात शतक.।।टेक.।। हस्तिनागपुर नगरी के उद्यान में, एक बार इन मुनि के चातुर्मास थे। अग्नी का उपसर्ग किया बलि आदि ने, दूर…