अभिनंदननाथ भगवान के शासनदेव की आरती
अभिनंदननाथ भगवान के शासनदेव की आरती आरती यक्षेश्वर देवा -२ अभिनन्दन प्रभु के शासन की करें सदा सेवा || आरती ० || जो सच्चे मन से ध्याता , हर इच्छा पूरी होती | जिनधर्मपरायण भक्तों की, रक्षा करते नित ही || आरती ० || तेरी प्रियकारिणि यक्षी , माँ वज्रश्रंखला मानी | प्राचीन कई ग्रंथों…