कैलाश पर्वत (अष्टापद तीर्थ)
भगवान ऋषभदेव की निर्वाणभूमि कैलाश पर्वत (अष्टापद तीर्थ) जैसा कि कुन्दकुन्दाचार्य ने निर्वाण भक्ति में कहा है कि— ‘अट्ठावयम्मि उसहो, चंपाए वासुपुज्ज जिणणाहो । उज्जंतेणेमिजिणो, पावाएणिव्वुदो महावीरो ।। ग्रंथों में कथित वह अष्टापद अर्थात् कैलाश पर्वत तो वर्तमान में अन्य तीर्थों की भांति उपलब्ध नहीं है तथापि आगम में कैलाश पर्वत की महिमा पढ़कर जैन…